मेलडी का नाम सब साधक मित्रो ने सुना ही होगा मेलडी के बहुत सारे प्रकार हे और सब मेलडी की साधना में माता को भोग अलग अलग रहता हे,मेलडी की साधना सात्विक और तामसिक दोनों तरीके से होती हे हम यहाँ बाल मेलडी साधना के बारे में विस्तार से जानेंगे.
मेलडी के साथ कई सारी शक्ति चलती हे उसके साथ ५२ वीर, ६४ जोगणी,और कई सारे वीर पीर चलते हे इस बाल मेलडी साधना अगर साधक सम्पूर्ण विधि विधान के साथ सम्पन कर ले और इसकी सिद्धि प्राप्त कर ले तो उसको और कोई साधना करने की जरुरत ही नहीं पड़ती क्योकि माता मेलडी हर तांत्रिक कार्य करती हे और षट कर्म करने में माहिर हे,
हम यहाँ तामसिक तरीके से कैसे सिद्ध करे माता मेलडी को उसके बारे में और उसके विधि विधान के बारे में जानेंगे.
मंत्र
मसाणि मेलडी आवी मसाण वाट,हमारी बोलावी आवे बाल मेलडी,करो हमारा काम,ना करो तो ननामी मेलडी नी आन,बाल मेलडी मसाणि मेलडी आवो,गुरु बाबा बालकनाथ नी आन,
शिवशक्तिनी आन शब्द साचा पिंड काचा,चलो मंत्र इश्वरी वाचा!!
सामग्री
गेहू के आटे में गुड और घी डालकर प्रसाद बनाये,सवा शेर चावल बनाये,एक शराब की बोतल और ७ प्रकार की मिठाई,काले हकिक की माला.
विधि
बाल मेलडी साधना ३ दिन की साधना हे,साधना रविवार या मंगलवार से शुरू करे साधना की शुरुआत रात ११ बजे से शुरू करे,काली हकिक की माला से साधना का प्रारंभ करे,साधना स्मशान भूमि पर होगी सब साधन सामग्री अपने पास ही रखे और सर पर एक काला कपडा बाँध दे,
तीन दिन के अन्दर साधक को ११००० जाप पूरा करना पड़ेगा और वो भी स्मशान भूमि पर तीन दिन के अन्दर ही बाल मेलडी आपको बाल रूप में दर्शन देगी जब माता मेलडी साधक को दर्शन दे तब उसको भोग देना पड़ेगा.
साधना के कुछ खास निति नियम
- ये साधना तामसिक साधना हे इसलिए कोई तांत्रिक या गुरु के सानिध्य में ये साधना करे.
- साधना के दरमियान ब्रह्मचर्य का पालन जरुर करे.
- जब ये साधना करनी हो तब बाल मेलडी की आज्ञा जरुर ले.
- साधना के बिच में आपको जरुर डरावने अनुभव होगे पर साधना को खंडित ना करे.
- बाल मेलडी की सिद्धि मिल जाने पर इसको गलत जगह पर ना भेजे और गलत काम न कराये.
- ये साधना करने से पहले अपने इष्ट देव की आज्ञा भी जरुर ले.
इस तरह साधक बाल मेलडी साधना कर सकता हे जब माता की सिद्धि हो जाये तब साधक कोई भी कार्य चुटकी में कर सकता हे उसके लिए कोई कार्य कठिन नहीं रहता और माता की कृपा दृष्टी हमेशा साधक पर बनी रहती हे.
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