किसी भी स्त्री या पुरुष के ऊपर नज़र दोष हो,उपरी बाधा हो या भुतादी ग्रस्त हो तो इसके लिए ये हनुमानजी का शाबर मंत्र रामबाण इलाज हे,इस मंत्र की खासियत ये हे की ये नज़र दोष,भुत-प्रेत,उपरी बाधा,मुठ करनी और डाकिनी शाकिनी का प्रभाव चुटकी में दूर कर सकता हे,
तो चलिए विस्तार से जानते हे भुतादी ग्रस्त या नज़र दोष निवारण करने के लिए इस मंत्र का प्रयोग कैसे करते हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
मंत्र:-
ॐ नमः बीर, बन, हनुमन्त ! चल, बेग चल, लोहे की गवा,
वन का सोटा, पान का बीड़ा, तेल सिन्दूर की पूजा, हं हं हङ्कार,
पवन-कुमार, काल! चं चं चं चक्र हस्त ! भैरव कोल, चामुण्डा कोल,
मसान कील, देव कोल, बैत्य कोल, बानव कील, राक्षस कील,
डाकिनी कील, शाकिनी कील, बारे जात बाघ कील, नव कोटि नाग
कोल, छल छिद्र भेद कोल, भोधरा मोधरा कोल, बावन वीर कील,
वारे जात पात कील, डॉ अचल चला पृथ्वी कील, कल सिंह कील,
अप घात करे उलट ताके ऊपर परे, खङ्क सङ्कवाय स्वाहा ।
विधि-
शनिवार की रात्रि में हनुमान जी का पूजन कर उपर्युक्त मंत्र की २१ माला करे और मोर पल पर फूंक मार कर हनुमान के ऊपर झाड़ा दे। इसी प्रकार ११ शनिवार करे, तो मन्त्र सिद्ध हो जायगा । इसके बाद जिस बालक पर भूत-प्रेतादि, दृष्टि दोष (नजर लगना) हो, तो मोर-पिछ से २१ बार झाड़ दे । बालक निश्चय ही स्वस्थ हो जायगा।
जो लोग दरबार चलाते हे दुसरे के दुःख का निवारण करते हे या गद्दी लगाकर बैठे हे उस व्यक्ति को ये भुतादी ग्रस्त या नज़र दोष निवारण के लिए मंत्र की सिद्धि अवश्य करनी चाहिए,इस मंत्र की सिद्धि से आप जनहित के कार्य कर सकते हो और समाज में अपना नाम बना सकते हो,इस मंत्र को बहुत ही शक्तिशाली मंत्र माना जाता हे.
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