आज मे आपके समक्ष स्मशान साधना मंत्र लेकर आया हु जिसकी मदद से आप स्मशान को जागृत कर सकते हो,जो साधक स्मशानिक क्रिया करना चाहता हे शव साधना करना चाहता हे या शिव साधना करना चाहता हे वो साधक स्मशान जागृत करते हे,आप अगर स्मशानिक शक्ति की साधना करना चाहते हो तो आपको स्मशान जागृत करने की आवश्यकता पड़ती हे,
अघोरी और तांत्रिक लोग ज्यादातर भुत –प्रेत,डाकिनी शाकिनी या किसी भी बुरी आत्मा की सिद्धि के लिए स्मशान को जागृत करते हे,जब बुरी आत्मा या स्मशानिक शक्ति प्रगट होकर उसके समक्ष आ जाये तो उसको वचन में बांधकर उससे काम करवाते हे,
ये प्रयोग तब जाके करना चाहिए जब आपके पास कोई सिद्धि हे या आपके ऊपर गुरु का हाथ हे तब जाके ये साधना करनी चाहिए क्योकि ये तामसिक साधना हे अगर जरा सी चुक हो गई तो साधक के प्राण भी जाने की सम्भावना रहती हे,तो चलिए स्मशान साधना मंत्र से स्मशान को कैसे जागुत करते हे उसके बारे में विस्तार से जानते हे,
मंत्र
ॐ नमो आठ काठ की लाकड़ी मन जवानी, मुवा मुरदा बोले नहीं तो माया महावीर की आन, शब्द सांचा पिण्ड काचा, फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा।
प्रयोग
कपूर,कचरी, इत्र, बालछड़, छबीला, मिष्ठान, जाती पुष्प तथा धूप-इन सबको समान मात्रा में लेकर व शराब की एक बोतल लेकर, आधी रात के समय पूरी निडरता के साथ किसी श्मशान में जाएं और किसी शव के पास जाकर उस पर सबसे पहले शराब की धारा डालें, फिर धूप देकर फूलों को उसके ऊपर बिखरा दें।
इसके बाद इत्र व अन्य सुगंधित द्रव्यों को चढ़ाएं। इस क्रिया के बाद शव से दूर हटकर उपरोक्त मंत्र का ग्यारह माला जप करें। प्रत्येक माला की समाप्ति पर बोतल से शराब की धार गिराते रहें।
इस विधि से श्मशान हाहाकार करता हुआ जाग्रत हो जाता है तथा प्रकट होकर साधक की मनोकामना पूछकर पूरी करता है। ऐसे समय में साधक को भयभीत नहीं होना चाहिए, बल्कि उसकी पूजा कर, शराब और मिष्ठान अर्पित करना चाहिए। प्रसन्न हो जाने पर वह साधक की समस्त सांसारिक इच्छाओं को पूरा करता है।
इस तरह स्मशान साधना मंत्र से स्मशान जागृत करके और बुरी आत्मा से काम करवा सकता हे.
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