काल भैरव की पूजा पुरे भारत में की जाती हे, काल भैरव को शक्ति का आगेवांन माना जाता हे यानि की उसको शक्ति का वीर माना जाता हे,कोई भी शक्ति की साधना करने से पहले आपको भैरव की सिद्धि हासिल करना जरुरी हे,यहाँ में आपको दस्माहविध्या और उनके भैरव की संक्षिप्त माहिती देने वाला हु और काल भैरव साधना कैसे होती हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करने वाला हु,
दस महाविधा और उनके भैरव
महाकाली – महाकाल भैरव
माँ तारा – अक्षोभ्य भैरव
षोडशी – कामेश्वर भैरव
भुवनेश्वरी – त्रयम्बक भैरव
त्रिपुर भैरवी – दक्षिणा मूर्ति भैरव
छिन्नमस्ता – क्रोध भैरव
धूमावती – ये शक्ति विधवा हे इसलिए इसका कोई भैरव गन नहीं हे
बगलामुखी – मृत्युंजय भैरव
कमला – विष्णु रूप
अब आपको पता चल गया होगा की भैरव की क्या विशेषता हे,भैरव एक वीर हे और सदा वो शक्ति के साथ बिराजमान रहेता हे,भैरव को शिव का ही रोद्र रूप माना जाता हे,
कई साधक मित्र का कहना था की गुरूजी हमें भैरव की सात्विक साधना सिखाओ इसलिए में यहाँ आपको सात्विक साधना लेकर आया हु,आप काल भैरव की सात्विक साधना करके उसकी सिद्धि हासिल कर सकते हो,
मंत्र
जय मैरो पाष्टायाम
करियन्ति करियन्ति भूतादि
शमशानादि पछन्ति
मक्षादि मक्षादि करियन्ति
धर्मस्य धर्मस्य कदाचित
भवति भवः भवः
नमस्ते नमस्ते शिवम् अवतारण
कार्मशीयामी मार्क शीयामी कर्मणे
भवति सागर तारमणे
धुप द्वीप चढावते
ग्रह ग्रह प्रवेशन्ति
देव देव नमः
इति सिद्धम्!!
मंत्र को सिद्ध करने का विधि विधान
ये काल भैरव साधना का मंत्र बहुत ही शक्तिशाली और प्रचंड हे,साधना २१ दिन की रहेगी एकांत कमरे में एक बाजोथ लेकर उस पर भैरव की प्रतिमा स्थापित करे और संकल्प लेकर साधना का प्रारम्भ करे,इस साधना में जो भी आप भोग दे वो भोग सात्विक भोग ही दे,सुबह और शाम एक एक माला करे,गूगल और लोबान का धुप करे और काली हकिक की माला का प्रयोग करे,
साधना के दरमियान साधना खंड में लड़की या स्त्री का आनाजाना नहीं होना चाहिए और मंत्रजाप करके साधना खंड में ही भूमि शयन करे, ब्रह्मचर्य का पालन तन और मन से करे,शाम ६ बजे एक रोटी लेकर उस पर शुद्ध गाय का घी लगाकर काले कुत्ते को खिलाये,साधना के आखरी दिन ५ कुवारी कन्या को भोजन कराये और अपनी शक्ति अनुसार कुछ दान करे,पूर्ण श्रद्धा और विस्वास के साथ साधना करोगे तो आपको जरुर काल भैरव की सिद्धि मिल सकती हे,
इस तरह आप काल भैरव साधना करके उसकी सिद्धि हासिल कर सकते हो और जनहित के कार्य में बाबा भैरव की सिद्धि का इस्तेमाल कर सकते हो.
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