नजर दोष का प्रभाव ज्यादातर लड़की और स्त्री में देखने को मिलती हे कोई व्यक्ति ऐसा होता हे जिसकी नज़र बुरी होती हे इसलिए सामने वाली व्यक्ति नज़र दोष का शिकार हो जाता हे, नज़र दोष दूर करने के लिए में आपके समक्ष दो मंत्र लेकर आया हु इसमें से आप कोई भी एक मंत्र का प्रयोग करके नज़र दोष को दूर कर सकते हो,
नजर दोष दूर करने के लिए इस मंत्र का प्रयोग कैसे करते हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे,
मंत्र
ॐ नमो नजर जहाँ पर पीर न जानी।
बोले छल सों अमृत बानी ॥
कहौं नजर कहाँ ते आई?
यहाँ की ठौरि तोहि कौन बताई ?
कौन जात तेरी, कहाँ ठाम ?
किसकी बेटी क्या तेरो नाम ?
कहाँ से उड़ी, कहाँ की जाया ?
अब ही बस कर दे तेरी माया ?
मेरी जात सुनो चितलाय ।
जैसी होय सुनाऊँ आय ।
तेलन, तमोलन, चुहड़ी, चमारी ।
कायथनी, खातरानी, कुम्हारी।
महतरानी, राजा की रानी।
जाको दोष, ताहि सिर पड़े।
जाहर पीर नजर से रक्षा करें।
मेरी भक्ति गुरु की शक्ति ।
फुरे मन्त्र ईश्वरो वाचा ॥
मंत्र को सिद्ध करने का विधान और प्रयोग
इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए साधना ११ दिन तक करे गाय के उपले पर गूगल की धुनी लगाकर सुबह और शाम एक एक माला करे मंत्र सिद्ध हो जायेगा,
इस मन्त्र को पढ़ते हुए रोगी को सिर से पैर को तरफ झाड़ा करें तो दृष्टि का दोष (नजर लगना) समाप्त हो जाता है।
दृष्टि दोष दूर करने के लिए मन्त्र
मंत्र
गरूर चरणे दिया मन। श्री हरी मोक्ष कारण ॥
देव दानव दैत्यानी लाई। नरसिंह वरा ॥
आसी सब उड़ाई। अलाली ॥ पालाली ॥
चोटी चोटी हुँकारे। कुँकारे ॥
उड़ायें माटी। शलिकेर पाँव देख ॥
टुकरिया जाय। अमुकेर अंगे ॥
डाइनेर दृष्टि। पलाय कर ॥
अक्षा वीर। नरसिंह आज्ञा ॥
मंत्र को सिद्ध करने का विधान और प्रयोग
इस मंत्र को २१ दिन तक जाप करने से सिद्ध हो जायेगा ब्रह्म्मुर्हुत में एक माला करे और ब्रह्मचर्य का पालन करे और साधना के आखरी दिन ५ कुवारी कन्या को भोजन कराये मंत्र सिद्ध हो जायेगा,
दृष्टि दोष से पीड़ित व्यक्ति का इस मन्त्र का जाप करते हुए झाड़ा करने पर व्यक्ति रोग से मुक्ति पाकर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करता है।
इस तरह आप नजर दोष दूर करने के लिए उपर्युक्त मंत्र का प्रयोग कर सकते हो और नज़र दोष दूर कर सकते हो.
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