माँता काली के अनेक रूप में से Smashan kaali और अघोर काली मुख्य रूप हे दोनों की पूजा स्मशान में होती हे आज हम इस पोस्ट में Smashan kaali के बारे में बात करेंगे महाकाली की साधना करना सब के बस की बात नहीं हे क्योकि महाकाली की साधना उग्र साधना में आती हे और अत्यंत भयानक भी हे,मेने इस पोस्ट में kaali shabar mantra डाला हे।
Smashan kaali का वास और उसकी स्थापना स्मशान में होती हे ज्यादातर माता काली की पूजा अघोरी करते हे और जिसके पास कोई तांत्रिक शक्ति हे वो लोग भी महाकाली की साधना कर सकते हे, ज्यादातर महाकाली की साधना तांत्रिक लोग करते हे।
जो लोग काला जादू करते हे उसमे माता काली को चलाते हे माता काली की काट करना असंभव हे हरकोई तांत्रिक माता काली की काट नहीं कर सकता,माता काली को ज्यादातर काले जादू की काट,वशीकरण और मारण जेसे काम के लिए चलाया जाता हे।
माता काली की साधना बिना गुरु के असंभव हे गुरु बिना सिद्धि हासिल नहीं हो सकती क्योकि ये साधना स्मशान में होती हे और बहुत ही उग्र साधना में से एक हे इसलिए माता काली की साधना गुरु की देखरेख में ही करे,खासकर अघोरी माता काली की साधना कामख्या शक्तिपीठ, तारापीठ, गिरनार और उज्जैन जेसे पवित्र शक्तिपीठ में करते हे,इस पोस्ट में हम विस्तार से स्मशान काली की साधना के बारे में जानेंगे।
मंत्र:-
क्रीम क्रीम क्रीम हूं हूं हिं
श्मशान काली
क्रीम क्रीम क्रीम हूं हूं।।
हिं हिं स्वाहा।।
साधना:-
महाकाली की ये साधना उग्र साधना हे और स्मशान में होती हे, ज्यादातर ये साधना अघोरी करते हे स्मशान में,ये साधना गुरु की देखरेख में की जाती हे गुरु के बिना इस साधना को नहीं करनी चाहिए, अमावस्या के दिन रात १.०५ बजे स्मशान में जाये,आप जिस जगह पर साधना करना चाहते हो उस जगह पर चप्पू से सुरक्षा घेरा बना ले, साधना करने से पेहले गणेशजी की एक माला करे (कोई भी साधना करने से पेहले गणेशजी का पूजन करना अनिवार्य हे) फिर उपर्युक्त kaali shabar mantra की २१ माला करे एक ही बैठक में,साधना के दरमियान साधक को कई तरह के अनुभव भी होंगे,विचित्र प्रकार की ध्वनि भी सुनाई देगी पर साधना बिच में छोड़े बिना भाग न जाये क्योकि ये महाकाली की साधना हे और उग्र साधना हे अन्यथा साधना खंडित हो जाएगी और महाकाली नाराज भी हो सकती हे।
ये साधना लगातार ५ दिन तक करे, साधना के आखरी दिन माता को भोग में बकरे की कलेजी अर्पित करे और साधना के आखरी दिन हवन करे।
(इस मंत्र को जाग्रत रखने के लिए नरक चतुर्दशी के दिन इस मंत्र की रात में २१ माला करे)
प्रयोग
ये साधना सिद्ध हो जाने के बाद साधक काला जादू कर सकता हे और उसकी काट भी कर सकता हे,इस साधना की मदद से साधक वशीकरण, मारण, शंतिकरण जैसे कार्य को अंजाम दे सकता हे।
Smashan kaali की साधना हमने साधक के ज्ञान हेतु यहाँ दी हे अगर साधक इस साधना को करना चाहता हे तो गुरु की देखरेख में कर सकता हे क्योकि ये साधना बहुत ही तीव्र और उग्र साधना हे बिना गुरु के इस साधना को करना मुर्खता भरा काम हो सकता हे और ध्यान ये रहे की इसका अनैतिक काम में उपयोग ना करे क्योकि साधक पर भी पलटवार हो सकता हे।
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