आगिया बेताल की साधना वाममार्गी साधना हे यानि की इसका प्रयोग ज्यादातर काला जादू, वशीकरण, उछात्तन,मारण जैसे कार्यो में होता हे यानि की हम करते हे पर इसकी सिद्धि का गलत उपयोग नहीं करना चाहिए ये शक्ति खतरनाक होती हे पर इसका उपयोग जनकल्याण के लिए करोगे तो आपका भला होगा, हम यहाँ आगिया बेताल सिद्धि मंत्र के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे,
आगिया बेताल की सिद्धि करना कोई बच्चो का खेल नहीं हे जिसके पास कोई साधना हे या पहले से सिद्धि हासिल की हे वो ही इस साधना को सम्पन कर सकता हे,स्मशान में इसकी सिद्धि की जाती हे,गुरु के मार्गदर्शन में या कोई तांत्रिक के मार्गदर्शन में ये साधना सम्पूर्ण करनी चाहिए,अगर आप अकेले ही इस साधना को सम्पूर्ण करना चाहते हो तो अपने इष्ट देव की आज्ञा लेकर विधि विधान के साथ साधना पूर्ण करनी चाहिए क्योकि अपने इष्ट से बड़ा कोई नहीं हे,
इस पोस्ट के अन्दर आगिया बेताल सिद्धि मंत्र के बारे में विस्तार से जानेंगे एक बार बेताल की सिद्धि हो गई तो समजो की सब कुछ सिद्ध हो गया,
आगिया बेताल सिद्धि मंत्र
ॐ नमो अगिया वीर बेताल
पैठि सातवें पाताल
लांघ अग्नि की जलती झाल
बैठी ब्रह्मा के कपाल
मछली चील कागली गूगल हरिताल
इन वस्तां को लै चलि
न लै चलै तो माता कालिका की आन।
सामग्री
चारमुखी दीपक,सुगन्धित इत्र,बकरे का मांस,दारू की बोतल,बन्दर की चर्बी और खीर
साधना
ये साधना सिर्फ में एक दिन की ही दे रहा हु अगर आप नरक चतुर्दशी के दिन ये साधना करोगे तो आपको एक दिन में सिद्धि मिल जाएगी,
अगर गुरु हे तो गुरु की आज्ञा लेकर नहीं हे तो इष्ट देव की आज्ञा लेकर सुबह उठकर स्मशान में जाये और जिस जगाह पर साधना करनी हे उस जगह पर पहले गाय का गोबर का लेप करे और गंगाजल से उस जगह को पवित्र करे फिर घर वापस आ जाये,फिर रात ९ बजे सब सामग्री तैयार करके काले कपडे में बांधकर स्मशान में जाये,
बन्दर की चर्बी से दीपक प्रजवलित करे और सुगन्धित इत्र का अपनी चारो तरफ छिडकाव करे,संक्षिप्त गणेश पूजन और इष्ट पूजन करे फिर आगया बेताल को साधना में सफलता मिले ऐसी प्रार्थना करे,सुरक्षा घेरा यानि रक्षा करनी बहुत जरुरी हे इसलिए सुरक्षा घेरा बना ले,जो बाकि सामग्री हे उसको अपने पास ही रखे,
काली हकिक या रुद्राक्ष की माला से उपर्युक्त मंत्र की ५१ माला करे साधना के दरमियान दीपक जलता ही रहना चाहिए,साधक को बहुत सारे अनुभव होंगे पर डरे बिना साधना शुरू ही रखे अगर साधना के बिच में आगिया बेताल दर्शन दे तो उसको भोग में खीर,मांस और दारू की बोतल अर्पित करे,५१ माला करने से आगिया बेताल की सिद्धि साधक को मिल जाएगी,५१ माला करके एक पत्थर हाथ में ले और उस पर ५१ बार मंत्र बोलके जिस जगह पर आप उसको मरोगे उस जगह पर आपको आग का गोला दिखाई देगा,ऐसा आग का गोला आपको दिखाई दे तो मान लेना की आपकी साधना सफल हो गई हे,
आगिया बेताल सिद्धि मंत्र से साधक भुत भविष्य,मारण,वशीकरण,शान्तिकरण जैसे कई कार्य को आसानी से कर सकता हे,साधक के लिए तंत्र क्रिया चुटकी में हो जाती हे,
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