अगर आपका शत्रु आपको परेशान करता हो तो आपके लिए ये मंत्र रामबाण इलाज हे और ये मंत्र प्राचीन शाबर मंत्र हे,किसी न किसी व्यक्ति को शत्रु का भय होता हे और उसके कारण वाद विवाद होता रहता हे,ऐसी परिश्थिति में आपको शत्रु भय दूर करने के लिए इस मंत्र का जाप करना चाहिए,
तो चलिए विस्तार से जानते हे शत्रु भय दूर करने के लिए इस मंत्र का जाप कैसे करे और प्रयोग कैसे करे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
मंत्र
अहं ऐं श्रीं असिआ उ सा नमः ॥
विधि:
इस मन्त्र का नित्य स्मरण करें तो वाद-विवाद में विजय प्राप्त होती है तथा शत्रु भय नहीं रहता है, कम से कम ४१ दिन तक उपर्युक्त मंत्र का जाप करे,उपर्युक्त मंत्र की ३ माला करे और रुद्राक्ष की माला का प्रयोग करे ४१ दिन के अन्दर अन्दर शत्रु का भय ख़तम हो जायेगा.
शत्रु भय दूर करने के लिए मन्त्र
मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं अमुकं दुष्टं साधय साधय
असि आ उ सा नमः ।
विधि:
इस मन्त्र की २१ दिन सुबह हर रोज एक माला जप करें। फिर जब काम पड़े तो एक माला जाप करने मात्र से शत्रु के भय, क्लेश व आपत्ति का निवारण होता है। अमुक की जगह शत्रु का नाम उच्चारण आवश्यक है।
जहा शत्रु का नाम लेना हे वहां आपको शत्रु का पूरा नाम का उच्चारण करना हे अगर उसका पूरा नाम पता नहीं हे तो सिर्फ नाम का उच्चारण कर सकते हो,
उपर्युक्त दोनों मंत्र बहुत ही शक्तिशाली हे किसी भी एक का प्रयोग करके आप अपने शत्रु के भय,कलेश आनेवाली मुश्केली को ख़तम कर सकते हो,
इस तरह साधक शत्रु भय दूर करने के लिए इस मंत्र का प्रयोग कर सकता हे,प्रेम भाव से कार्य सम्पन्न ना हो तो इस मंत्र का प्रयोग करना चाहिए.
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