चोर पकड़ने का मंत्र

कई बार चोर इतने चालाक तरीके से चोरी करते हे की उसको पकड़ना मुश्किल हो जाता हे पुलिस या कोई अधिकारी उसको पकड़ नहीं सकता ऐसी परिश्थिति में चोर पकड़ने का मंत्र रामबाण इलाज साबित होता हे,चोर अथवा चोरी का पता लगाने के लिए समाज और शासन द्वारा विभिन्न साधन अपनाएं जाते हैं। किंतु उनके प्रयासों में सफलता कम ही मिलती है और कभी-कभी तो बड़े नाटकीय ढंग से, बड़ी आसानी से चोरी का रहस्य उजागर हो जाता है तथा माल भी बरामद कर लिया जाता है। किसी-किसी घटना में चोरी करते या चोरी करके माल सहित भागते हुए चोर को पकड़ लिया जाता है। पहले के चोर भीरु होते थे, चोरी के समय तनिक-सी आहट पाते ही भाग खड़े होते थे,

किंतु अब स्थिति बदल गई है। आज के चोर हथियार और बारूद से लैस होकर आते हैं। यदि उन्हें निकल भागने में कोई अड़चन मालूम होती है, तो वह तत्काल हथियारों का प्रयोग कर बैठते हैं और भाग निकलते हैं।

आज के वैज्ञानिक युग में चोर पकड़ने के लिए कई तरह के उपकरण प्रयुक्त किए जाते हैं। कुत्ता पालना, चौकीदार रखना, सामूहिक पहरेदारी करना आदि सब पुराने तरीके हैं और आज भी ये तरीके इस्तेमाल किए जाते हैं। कुछ ऐसे शाबर मंत्र भी हैं, जिनसे चोर और चोरी गए माल का पता लगाया जा सकता है। आवश्यकता है उनके सही ढंग से प्रयोग करने की। संभव है, बहुत से लोगों को यह जानकर आश्चर्य हो कि क्या कोई मंत्र ऐसा भी हो सकता है, जिसके द्वारा चोर का पता लगाया जा सके? बहरहाल, प्रत्येक शाबर मंत्र अपने आप में एक आश्चर्य ही है।

इनकी शक्ति को आंका नहीं जा सकता, शब्दों में बांधा नहीं जा सकता। ये चोर पकड़ने का मंत्र भी ऐसा ही अद्भुत है।

चोर पकड़ने का मंत्र

मंत्र

ॐ सत्तरह सै पीर, चौंसठ सै जोगिनी

बावन सै वीर, बहत्तर से भैरों, तेरह सै तंत्र

चौदह सै मंत्र, अठारह सै परवत, सत्तरह सै पहाड़

नौ सै नदी, निन्यानवे सै नाला,

हनुमंत जती गोरख वाला, कांसी की कटोरी, चार अंगुल चौड़ी कहो वीर, कहां सों चलाई, गिरनारी पर्वत सौं चलाई अठारा भार बानासपती चली, लोना चमारी की वाचा फुरी कहां कहां फुरी, चोर के जाय, चण्डाल के जाय कहां कहां लावै, चोर के लावै, गड़ा धन जाइ बतावे चल चल रे हनुमंत वीर, जहां हो चले, जहां है रहे न चलै तो गंगा जमुना उल्टी बहै, शब्द सांचा पिण्ड काचा, मेरी भक्ति गुरु की शक्ति

फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा, सत्य नाम आदेश गुरु का।

मंत्र को सिद्ध करने का विधान

साधना मंगलवार से प्रारम्भ करे ११ दिन की साधना हे रुद्राक्ष की माला से चोर पकड़ने का मंत्र का जाप करना हे सुबह और शाम आप इस मंत्र की एक एक माला करनी हे,शुद्ध गाय के घी का दीपक जलाये और ५ अगरबत्ती जलाये,११ दिन तक साधना करने से ये मंत्र सिद्ध हो जायेगा और जागृत हो जायेगा, चोर पकड़ने का मंत्र वेसे स्वयं सिद्ध हे पर उसको जागृत करना भी आवश्यक हे,

प्रयोग

सामने दीपक जलाकर चोर पकड़ने का मंत्र का १०८ बार पाठ करना हे और मन ही मन में बोलना हे की जिसने चोरी की हे उस व्यक्ति को मेरे समक्ष हाजिर करो वो व्यक्ति बेचेंन होकर आपके कदमो में हाजिर हो जायेगा,

इस तरह साधक चोर पकड़ने का मंत्र का उपयोग करके चोर को पकड़ सकता हे.

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