कई बीमारी ऐसी हे जिसका इलाज आज भी मोजुद नहीं हे बड़े बड़े डाक्टर और विज्ञान भी उस बीमारी को ठीक करने में असफल रहे हे,हमारी सबसे एक ही विनंती हे की आपको अगर ऐसी असाधारण बीमारी हे तो पहले आप डाक्टर के पास जाये अगर डाक्टर उस बीमारी का इलाज करने में असमर्थ रहे तब जाके ही आपको तंत्र मंत्र का सहारा लेना चाहिए,में आपके समक्ष शारीरिक बीमारी दूर करने का शक्तिशाली मंत्र लेकर आया हु इसका प्रयोग करने से आप कोई भी रोग को ठीक कर सकते हो बस आपको श्रद्धा और विस्वास रखना जरुरी हे,
तो चलिए विस्तार से जानते हे शारीरिक बीमारी दूर करने के मंत्र के बारे में,
मंत्र
ॐ भारयन्ति भारयन्ति शिरोमणी
काष्यमिणी सब्रम्रान्ती नमः
भाग्य जाग्रति यशस्वी
कालनिरूपणी भजयन्ति
करूण मिखारबिन्दम
सर्वमायी सर्वमायी जालेस्टी
पूर्वी निर्वाह सितम
जय नरमणी भक्षेयणेयम्
पारस निरमागी सेवितम
नर्मदा नमामी विधनेश्वर
पारदर्शी वितम
इति सिद्धम्
किसी आदमी, बच्चे पर शारीरिक ज्यादा बीमारी हो तो ये मन्त्र करना है
शारीरिक मन्त्र
ॐ भ्रमयामी जडस्वी चेत्नवः कन्नव करिष्यति
पुष्प धारिणी भवः भवः कारिणी
यथा यग सर्वयामी भुजगेन्द्र पारवितम
पादविनि पुष्प अपर्णायायाम
मिरूस्यामी मिरूस्यामी जडस्वी येशस्वी
पारयामी पारयामी सूर्य चन्द्र गणपति सुमरू ज्ञान देव
इति सिद्धम् स्तस्वता भिम्बरिणी
स्वः स्वः कारिणी कारिणी
षष्ट नमः धारूणी धारूणी चेतन्य कशा
जाग्रति जाग्रति म्फलम् फलम् देव देव
इति सिद्धम्
सिद्ध करने का विधान और प्रयोग
आपको पहेले अपने इष्टदेव की एक माला करनी हे फिर दृढ संकल्प लेकर उपर्युक्त दोनों मंत्र की १-१ माला करनी हे,मंत्रजाप के समय एक शुद्ध गाय के घी का दीपक प्रज्वलित करे और रुद्राक्ष की माला से मंत्रजाप करे,ये विधि आपको लगातार ४१ दिन करनी हे अगर आपको राहत मिले तो आप इस विधि को आगे बढ़ा सकते हो जब तक रोग जड़ से ख़त्म ना हो जाये तब तक मंत्रजाप शुरू ही रखे,
इस तरह आप शारीरिक बीमारी दूर करने का मंत्र का प्रयोग करके असाधारण बीमारी को जड़ से ख़त्म कर सकते हो.
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