बगलामुखी की साधना ज्यादातर शत्रु नाश के लिए कि जाती हे इस साधना से शत्रु कभी साधक को परेशांन नहीं कर सकता जितने भी शत्रु हे उसका धीरे धीरे नाश कर देती हे माँ बगलामुखी,इस पोस्ट में हम विस्तार से जानेंगे की माँ baglamukhi kaal raatri sadhna कैसे होती हे।
माता बगलामुखी दस महाविद्या में आठवे स्थान पर बिराजमान हे,बगलामुखी साधना से वाक् सिद्धि,शत्रु नाश और सर्व बाधा,पीड़ा का नाश हो जाता हे भगवान् विष्णु के कठोर तप से माता बगलामुखी प्रकट हुई।
जब माता बगलामुखी की साधना करे तब साधक के वस्त्र पीले रंग के होने चाहिए और माला भी पीले रंग की होनी चाहिए साधक हल्दी की माला का प्रयोग कर सकता हे, माता की साधना के दरमियान साधक को पूर्ण रूप से ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करना जरुरी हे।
इस पोस्ट में हम विस्तार से जानेंगे की माँ बगलामुखी काल रात्री की साधना कैसे होती हे।
मंत्र:-
ॐ ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां त्रिनयनां काल रात्रि दुःख भंजनं वर-वरदायनी त्वं रोम प्रतिरोम जाग्रय ह्रीं ॐ फट् स्वाहा।।
साधना:-
इस मंत्र की सिद्धि के लिए साधना शुक्रवार से शुरू करे सुबह स्नानादिक होके माता बगलामुखी की प्रतिमा के सामने हल्दी की माला से ४१ माला करे,साधना के समय माता बगलामुखी को पीले रंग के पुष्प समर्पित करे और साधना के समय सुगन्धित धूपबत्ती जलाये,इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए कम से कम ४१ दिन तक साधना करे तब जाके ये मंत्र सिद्ध होगा, साधना के आखरी दिन हवन करे मंत्र सिद्ध हो जायेगा।
प्रयोग:-
ये मंत्र माता बगलामुखी का बहुत ही तीव्र मंत्र हे जब शत्रु आप पर हावी होने लगे या ज्यादा परेशान करने लगे तब इसका उपयोग करे,आप पर कोई जूठा मुक़दमा चल रहा हो या कोर्ट कचेरी में जितने के लिए साधक इस मंत्र का उपयोग करे, कोर्ट कचेरी के काम में जाने से पहले उपर्युक्त मंत्र को ७ बार बोलके जाये सफलता जरुर मिलेगी।
साधना के दरमियान साधक को कई प्रकार के अनुभव हो सकते हे उसको विचित्र प्रकार की ध्वनि भी सुनाई देती हे पर साधना को खंडित ना करे क्योकि जिस भी शक्ति की आप साधना करोगे वो एकबार जरुर आपकी परीक्षा लेती हे।
baglamukhi kaal raatri sadhna में आप हो सके तो माता को पीले रंग के ही पुष्प अर्पित करे आप जितनी सावधानी पूर्वक साधना करोगे इतना ही लाभ साधक को प्राप्त होगा इस साधना में अगर गुरु ना हो तो भी चलता हे पर विधि का अनुसरण करना बहुत जरुरी हे बगलामुखी सर्व कार्य सिद्धि मंत्र हे इससे साधक हर कार्य कर सकता हे।
यह भी पढ़े