इस पोस्ट के अन्दर में आपको बहुत ही प्रभावशाली और शक्तिशाली मंत्र देने वाला हु जिसकी सिद्धि हासिल करके साधक अपनी मनोकामना पूर्ण कर सकता हे और औरो का दर्द दूर कर सकता हे, peer sadhna करके साधक हर कार्य को आसान कर सकता हे।
पीर की साधना करने में या उसके मंत्र सिद्ध करने में साधक को खासकर स्वछता का ध्यान रखना पड़ता हे,ये साधना मुसलमानी विधि से की जाती हे और ये साधना सब लोग कर सकते हे पर साधक को मुसलमानी विधि का पालन करना बहुत जरुरी हे तो हम इस पोस्ट में पीर के मंत्र की साधना के बारे में विस्तार से जानेंगे, इस साधना को पीर प्रत्यक्षीकरण साधना भी कहते हे।
मंत्र
‘ओम नमो हाकान्त जुगराज फाटंत काय जिस कारण जुगराज में तोकों ध्याया, हंकारत जुगराज आया धारत आया सिर के फूल बखेरत आया और की चौकी उठावन्त आया, अपनी चौकी बैठावंत आया और का मिवाड़ तोड़ता आया, आपना किवाड़ भेड़ता आया, बांधि बाँधिकिसको बांधि, भूत को बाँधि प्रेत को बाँधि, देव-दानव को बाँधि, उड़न्त गड़न्त योगिनी को बाँधि, चीर-चिरणागार को बाँधि, तिरसठ कलुवा को बाँधि, चौसठ जोगिनी को बाँधि, बावन वीर को बाँधि, आकाश की परियों को बाँधि, डाकिनी-शाकिनी को बाँधि, चेटक को बाँधि, छल को बाँधि, विद्र को बाँधि, द्वार को बांधि, हाट को बांधि, गली को बाँधि, गिरारे को बाँधि, किया को बाँधि, कराये को बाँधि, अपनी को बाँधि, पराई को बाँधि, लीली को बाँधि, पीली को बाँधि, स्याह को बाँधि, सफेद को बाँधि, लाली को बाँधि, बाँधि-बाँधि रे गढ़ गजनी के मुहम्मदापीर चलै तेरे संग सत्तर सौ पिर, जो बिसरि जाय तो सौ राजा हलाल जाय, उल्टी मार, पछाड़ मार, धाड़ मार, कजा चढ़ाय, सुड़िया हलाय, शीश खिलाय, शब्द साँचा पिंड काँचा फुरो मन्त्र ईश्वरोवाचा।”
मंत्र सिद्ध करने की विधि
peer sadhna के मन्त्र को पहले सिद्ध कर लें। भूत-प्रेत बाधा ग्रस्त व्यक्ति को सामने बिठाकर १०८ बार झाड़े, भोग में कच्चा मांस, कच्ची मदिरा, हिना का इत्र, गुलाब के फूल और मीठा रखें। इस प्रयोग से भूत-प्रेत बाधा शान्त होती है। इस भोग को चौराहे पर रख जादू-टोने का प्रभाव दूर करने के लिए अमावस की सुबह कब्रिस्तान में जाकर, वहाँ से कौए को पकड़ लावें फिर उसे पिंजरे में बन्द करके उसके माथे पर केसर का तिलक लगायें तथा उसके गर्दन के चारों ओर केसर से वृत बना दें।
फिर उड़द के आटे का हलुआ तैयार करें। उसी में थोड़ा लोबान मिला दें। फिर वह हलुवा कौए को खाने के लिए दें। दिन के समय उसे नीले रंग का पानी दें। शनिवार को हलुवा तेल और गुड़ से तैयार करें। यही कौए को खिलायें उस बर्तन में ताँबे का एक छोटा टुकड़ा भी डाल देना चाहिए। कौआ हलुवे को खा लेगा लेकिन वह ताँबे का टुकड़ा छोड़ देगा। जब उस टुकड़े को बर्तन में से निकालकर अपने पास रख लें। इसके बाद कौए को उड़ा दें। फिर उस ताँबे के टुकड़े से मूरत तैयार कर दे। उस मूरत के एक ओर कौए का तथा दूसरी ओर एक तराजू का चित्र खुदवा दें। अब यन्त्र तैयार है अगर कभी
जादू टोने का असर मालूम हो तो बनाई गई मूरत को काले धागे में बाँधकर गले में पहना दें। जादू टोने का प्रभाव तुरन्त दूर हो जायेगा।
peer sadhna यानि की पीर प्रत्यक्षीकरण साधना किसीका अच्छा काम करने के लिए जायज काम के लिए इस्तेमाल करोगे तो पीर की कृपा दृष्टी हमेशा साधक पर बनी रहेती हे और पीर बाबा साधक के बुरे समय में साथ रहते हे।
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