आज इस पोस्ट में हम सधी माता का मंत्र और उसकी सिद्धि के बारे में विस्तार से जानेंगे ये मंत्र सोड्मी सधी माता का मंत्र हे और बहुत ही शक्तिशाली हे,
सधी माता की साधना में कुछ खास नियमो और कर्मो का ध्यान रखना पड़ता हे अगर साधक विधि विधान से सधी माता की साधना करता हे तो उसको जरुर सफलता मिलती हे,
सधी माता की साधना कैसे होती हे और उसका विधि विधान क्या हे उसके बारे में हम इस पोस्ट में विस्तार से चर्चा करेंगे,हम जो भी साधना देते हे वो पूरी विधि विधान के साथ ही देते हे कोई साधना आधी अधूरी हम देते नहीं क्योकि आधी अधूरी साधना से साधक का बुरा होता हे और हमारा भी,
सधी माता का मंत्र
ॐ नमोह आदेश गुरुको, कोरी मटकी जल से भरी,
बिना पानी के पास सोड्मी सधी वसे वीर हनुमान के पास,जल पानी में करदे मार्ग काली सिद्धि धोली रात,
जाय आंगनमे उभी खडी,रात्रि आगे घडूला धुआ,
में भेजू इस घडी तीसरे पहोर,घर धुनें गिरनार धुनें,
सधी गई पूरा गाव धुनें,मेरी भेजी पाछी फरे तो ८८ हजार रुसी मुनि की भक्ति हराम करे,
शंब्द साचा पिंड काचा चलो मंत्र ईस्वर वाचा!!
आदेश….आदेश… आदेश
विधि
ये साधना मंगलवार से शुरू करनी हे ये साधना २१ दिन की हे,साधक ये साधना कमरे में भी कर सकता हे कही बहार जाने की आवश्यकता नहीं हे,अगर आपके पास गुरु हे तो उसके सानिध्य में और उसके मार्गदर्शन में ये साधना कर सकते हे,अगर गुरु नहीं हे तो साधक को साधना से पूर्व अपने इष्ट देव का स्मरण करना हे और भगवान् शिव का स्मरण करे,
रुद्राक्ष की माला से मंत्रजाप करे एक बाजोठ पर माता सधी की प्रतिमा को स्थापित करे और पहले गणेश पूजन करे,कोई भी साधना करना हो पहले साधक को मंत्र कंठस्थ करना जरुरी हे,
उपर्युक्त सधी माता का मंत्र की एक माला करे, पूजापाठ का समय हररोज एक ही रखे,जिस कमरे में आप साधना कर रहे हो उस कमरे में किसी को आनेजाने ना दे और साधना पूरी करके यानि की मंत्र जाप पुरे करके वहां ही सो जाये भूमि शयन करे,
२१ दिन तक तन और मन से ब्रह्मचर्य का पालन करे और काम के आलावा किसीसे ज्यादा बाते न करे,साधना के आखरी दिन दशांश हवन करे और अपनी शक्ति के अनुसार माता को भोग अर्पित करे,
विधि और विधान के साथ साधक सधी माता का मंत्र की साधना करेगा तो उसको अवश्य माता सधी सिद्ध होगी और उसकी हर मनोकामना पूर्ण करेगी.
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