ये प्रेत भगाने का मंत्र हनुमानजी का बहुत ही प्रभावशाली मंत्र हे,इस मंत्र की सिद्धि से आप डाकिनी शाकिनी, भुत-प्रेत,जिन्न जिन्नात खविश को आप चुटकी में निकाल सकते हो,जितने भी तांत्रिक गद्दी चलाते हे दरबार चलाते हे उसके पास ये हनुमानजी का मंत्र होता ही हे,अगर कोई साधक जनकल्याण के कार्य करना चाहता हे तो ये मंत्र उसको अवश्य सिद्ध करना चाहिए,
भुत और प्रेत ज्यादातर पुरुष को पकड़ में लेते हे और डाकिनी शाकिनी,चुडेल हे वो स्त्री को पकड़ में लेते हे,अगर कोई व्यक्ति उसकी जगह पर जाये और उसका समय हो तो वो व्यक्ति उसकी मायाजाल में फस जाता हे,
कई शक्ति तो ऐसी होती हे उसको निकालने में बहुत ज्यादा महेनत लग जाती हे पर आप इस मंत्र को सिद्ध करके उस भुत प्रेत,डाकिनी शाकिनी,जिन्न जिन्नात को आसानी से निकल सकते हो,
तो चलिए विस्तार से जानेंगे की इस प्रेत भगाने का मंत्र को कैसे सिद्ध किया जाता हे और इसका प्रयोग कैसे किया जाता हे उसके बारे में चर्चा करेंगे.
मंत्र
ॐ नमो आदेश गुरु को
हनुमंत बीर बजरंगी वज्रधार
डाकिनी-शाकिनी भूत-प्रेत
जिन-खब्बीस को ठोंक ठोंक
मार-मार, नहीं मारे तो
निरंजन निराकार की दुहाई।
मंत्र को सिद्ध करने का विधान
उपर्युक्त मंत्र को सिद्ध करने के लिए ११ दिन की साधना करे या २१ दिन की करे पर आपको ब्रह्मचर्य का पालन करना पड़ेगा,आप कोई भी हनुमानजी के मंत्र को ले लो अगर आप उसकी सिद्धि करना चाहते हो तो आपको ब्रह्मचर्य का पालन करना ही पड़ेगा क्योकि हनुमाजी बाल ब्रह्मचारी हे और चिरंजीवी भी हे,
अगर आप पूरी विधि विधान के साथ साधना का प्रारम्भ करोगे तो आपको जरुर सफलता मिलेगी,ज्यादातर साधक साधना में निष्फल हो जाते हे और सबको कहते हे की साधना सफल नहीं होती पर वो साधना के दरमियान ब्रह्मचर्य का पालन नहीं करता और विधि विधान का पालन नहीं करता इसलिए साधना में निष्फलता मिलती हे,
कोई भी साधना हो पहले उस मंत्र को कंठस्थ कर ले और उस मंत्र पर श्रद्धा और विस्वास होना चाहिए विधि विधान को पहले समज ले अगर आपको लगे की नहीं में ये कर सकता हु तो ही साधना का प्रारम्भ करे अगर आप विधिवत साधना नहीं कर पाते तो तंत्र क्रिया से दूर ही रहे,
उपर्युक्त मंत्र को सिद्ध करने के लिए लाल चन्दन की माला से सुबह और शाम ७ माला करे,चमेली का दीपक प्रजवलित करे और हनुमानजी को नैवेध में आटे में घी और गुड डालकर उसका प्रसाद लगाये लगातार ११ दिन या २१ दिन तक साधना करने से ये मंत्र सिद्ध हो जायेगा.
प्रयोग
जब कोई व्यक्ति को भुत प्रेत,डाकिनी शाकिनी,चुडेल किया कराया या जिन्न जिन्नात,उपरी बाधा हो तो पानी को २१ बार प्रेत भगाने का मंत्र से अभिमंत्रित करके पिला देने से रोगी को तुरंत आराम मिल जायेगा.
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